Saturday, April 16, 2011

सपने

हा हिम्मत है हम मे

हम सपना देखा करते है

टुटे सपनो से ना हम डरते

बुल्नद होसले सब पार कर जाते है।


कितने हसिन होते है ये सपने

ईन्हे ख्वाईशोको पर देना है

बस आप इन परोन को कभी कमजोर न होने देना

और ख्वाईशोको पुरा होना है।


सिर्फ़ जिने के लिये नही

इन सपनो के लिये हमे जिना है

नए नए सपनो मे जीकर

इन सपनो को सच करना है।


सपनो को पूरा करने मे

हमे दिनभर झिनझोडना है

और रातो मे फ़िर

नए सपनो मे खोजाना है।


आज जो सामने है

वोभी लाखो सपनो का देना है

हमारे भी सपने सच होने से

भविष्य को एक दिन सजना है।


एक गुजरीश है इन सपनो से

साथ हमारा छोडे ना

अब तक साथ दिया है हमारा

अपनी ऊडान ये रोके ना।


हा हिम्मत है हम मे

हम सपना देखा करते है

टुटे सपनो से ना हम डरते

बुल्नद हौसलो सब पार कर जाते है।

4 comments:

Karan said...

Ek numberrrr....

Jikleli kavita...

We all can inspire ourselves...but being able to inspire others is not what everyone can do..

great work...keep it up :)

BOOKISH COCOON said...

Impressed by the other side of Amit.

Keep writing!

~~ Cheers ~~

Unknown said...

nice one amit.

Bohemian-irban said...

शाबास....अविश्वसनीय अमित ..