आज जुनून जाे ले चले है,
बस क्ख्वाईशे ना कम पडे,
मंजिले भी अब सहम गई,
मेहनते जाे चल पडे..
लक्ष कि अदाये एैसी,
के नजर उसिके वशमें है,
कदम बहक गए अभी ताे,
राह भी अब चिंता में है...
बस क्ख्वाईशे ना कम पडे,
मंजिले भी अब सहम गई,
मेहनते जाे चल पडे..
लक्ष कि अदाये एैसी,
के नजर उसिके वशमें है,
कदम बहक गए अभी ताे,
राह भी अब चिंता में है...
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